Thursday, January 15, 2009

पति (पत्नी से)- इस जीवन से मैं तंग आ गया हूं!
पत्नी (पति से)- नही भगवान, मेरे पति से पहले मुझे उठा ले।
पति- तो प्रभु, मैं अब अपनी मर्जी वापिस लेता हूं, तू इसकी सुन ले।

बस के गेट पर लटके हुए मुसाफिरों से कंडक्टर ने कहा- भाइयों, अंदर हो जाओ इस तरह गेट पर लटकना आपकी जान के लिए खतरनाक है।
इसके बाद भी जब यात्री गेट से नही हटे तो कंड क्टर गुस्से से बोला- तुम्हें तुम्हारी पत्नी की कसम अंदर हो जाओ।
इतना सुनना था कि जो मुसाफिर सीटों पर बैठे थे वे भी गेट पर आकर लटक गए।

डॉक्टर (मरीज से)- तुम कितनी बीड़ी पीते हो?
मरीज (डॉक्टर से)- जी, एक दिन में करीब बीस बीड़ी।
डॉक्टर- यदि मुझसे इलाज कराना है, तो इतनी सारी बीड़ी पीने से परहेज रखना होगा। आज से ही एक नियम बना लो कि सिर्फ भोजन के पश्चात ही एक बीड़ी पियोगे।
मरीज ने डॉक्टर की बात सुनकर इलाज कराना शुरु कर दिया। कुछ महीने के बाद मरीज का स्वास्थ्य एकदम सुधर गया।
डॉक्टर- देखा, मेरे बताए परहेज से तुम्हें कितना स्वास्थ्य लाभ हुआ।
मरीज- लेकिन डॉक्टर साहब, एक दिन में बीस बार भोजन भी कोई सरल कार्य नहीं है।

दो बूढ़े काफी वर्र्षो से अच्छे खासे दोस्त थे, दोनों की उम्र अब लगभग 90 के आसपास होगी जब उनमें से एक बहुत बीमार पड़ गया, उसका दूसरा बूढ़ा दोस्त उसे रोज मिलने के लिए आता था ओर रोज वे अपने दोस्ती के किस्से दोहराते थे, उन्हें लगभग अब यकीन हो चला था कि जो बीमार था वह कुछ चंद दिनों का ही साथी है, एक दिन उसके बूढ़े दोस्त ने बिस्तर पर पड़े अपने दोस्त से कहा, देखो जब तुम मर जाओगे, मेरे लिए एक काम करोगे?
कौन सा काम? बिस्तर पर पड़े दोस्त ने पूछा, तुम मरने के बाद स्वर्ग में क्रिकेट है क्या यह मुझे बताओगे? दूसरे ने पूछा।
दोनों क्रिकेट के बहुत दिवाने थे।
क्यों नही जरूर बिस्तर पर पड़े दोस्त ने कहा, और एक दो दिन में ही बीमार पड़ा दोस्त भगवान को प्यारा हो गया।
कुछ दिनों बाद जो जिंदा बूढ़ा दोस्त था उसे नींद में अपने मरे हुए दोस्त की आवाज सुनाई दी। तुम्हारे लिए मेरे पास दो खबरें है..एक बुरी और एक अच्छी..अच्छी खबर यह है कि स्वर्ग में क्रिकेट है...
और बुरी खबर?
और बुरी खबर यह है कि तुम्हें आने वाले बृहस्पतिवार के मैच में बॉलिंग करनी है।


राजेश (मोहन से)- अरे दोस्त, पत्नी को बेगम क्यों कहते है?
मोहन (राजेश से)- दोस्त, शादी के बाद सारे गम पति को मिलते हैं और पत्नी बेगम हो जाती है।

Soruce: http://in.jagran.yahoo.com/gudgudee/?category=5

No comments: